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राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान अपनी तकदीर खुद बनाता है, किसान के अंदर देश के प्रति जो पवित्र भावना…
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान अपनी तकदीर खुद बनाता है, किसान के अंदर देश के प्रति जो पवित्र भावना है वह किसी और में नहीं होती है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई बहुत बड़ी है, किसानों को इस लड़ाई के खिलाफ अपनी एकता बनाए रखनी होगी।
बता दें कि जयंत चौधरी राष्ट्रीय लोकदल के आह्वान पर मथुरा में आयोजित किसान पंचायत शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मोदी जी के अथक प्रयासों से आज पेट्रोल ने शतक मार दिया है।’
जयंत चौधरी ने कहा कि ‘आज देश में किसान को खालिस्तानी, उपद्रवी कहकर अपमानित किया जा रहा है। ऐसा कभी पहले भारत में नहीं हुआ था। चौधरी चरण सिंह जी गरीब, गांव और किसान की बात करते भी थे और उनके लिए नीतिगत कार्य भी करते थे। इसीलिए उन्होंने नारा दिया था कि देश की खुशहाली का रास्ता गांव के खेत और खलिहानों से होकर गुजरता है। मोदी जी ऐसे मजबूत प्रधानमंत्री है जो किसानों से ही मुकाबला कर रहे हैं। जिस तरह से अंग्रेज “फुट डालो राज करो” की नीति पर कार्य करते थे वहीं रणनीति आज मोदी सरकार अपना रही है।’
उन्होंने कहा कि ‘मैं आपको आगाह करने आया हूं, यह लड़ाई बहुत बड़ी है और किसानों को अपनी एकता बनाए रखनी होगी। मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों काले कृषि कानूनों को किसानों ने सिरे से खारिज कर दिया है। आज किसान अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहा है।’
बजट पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि खेती के बजट में साढ़े गयारह हजार करोड़ रुपये की कटौती की गई। पीएम आशा योजना का बजट भी काटा गया।
चौधरी ने कहा कि ‘किसान आंदोलन आज राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन गया है। बिना किसी बंदोबस्त के बड़ी-बड़ी किसान पंचायत हो रही है और किसान कह रहे कि हम एकजुट हैं।’
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इस दौरान पंचायत ने प्रस्ताव भी पास किया है, जिसमें कहा गया है कि ‘आंदोलन में शामिल होने वाले किसानों को जेल भेजा जा रहा है, नोटिस दिए जा रहे हैं। पंचायत फैसला करती है कि हम कोई मुचलका नहीं भरेंगे, थाने नहीं जाएंगे। सरकार काले कानून वापस ले सरकार और एमएसपी पर कानून बनाएं।’